Author |
shailbala pandaya |
Dimensions |
122X182X8 mm |
Edition |
2015 |
Language |
Hindi |
PageLength |
168 |
Preface |
लोग कारोबार करते, परिश्रम-पुरुषार्थ करते और जरूरत से कहीं ज्यादा धन-दौलत जमीन-जायदाद इकट्ठी कर लेते हैं । किसलिए ? इसलिए कि वे यह सब अपने बच्चों को उत्तराधिकार में दे सकें । बच्चे उनके अपने रूप होते हैं । सभी चाहते हैं कि उनके बच्चे सुखी और समुन्नत रहें, इसी उद्देश्य से वे कुछ न कुछ सम्पत्ति उनको उत्तराधिकार में दे जाने का प्रयत्न किया करते हैं ।
किसी हद तक ठीक भी है । जिनको कुछ सम्पत्ति उत्तराधिकार में मिल जाती है उनको कुछ न कुछ सुविधा हो ही जाती है । किन्तु यह आवश्यक नहीं कि जिनको धन-दौलत, जमीन- जायदाद उत्तराधिकार में मिल जाए उनका जीवन सुखी ही रहे । यदि जीवन का वास्तविक सुख धन-दौलत पर ही निर्भर होता तो आज भी सभी धनवानों को हर प्रकार से सुखी होना चाहिए था । बहुत से लोग आए दिन धन-दौलत कमाते और उत्तराधिकार में पाते रहते हैं । किन्तु फिर भी रोते-तड़पते और दुःखी होते देखे जाते हैं । जीवन में सुख-शान्ति के दर्शन नहीं होते ।
सुख का निवास सद्गुणों में है, धन-दौलत में नहीं । जो धनी है और साथ में दुर्गुणी भी, उसका जीवन दुःखों का आगार बन जाता है । दुर्गुण एक तो यों ही दुःख के स्रोत होते हैं फिर उनको धन-दौलत का सहारा मिल जाए तब तो वह आग जैसी तेजी से भड़क उठते हैं जैसे हवा का सहारा पाकर दावानल । मानवीय व्यक्तित्व का पूरा विकास सद्गुणों से ही होता है ।
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Publication |
yug nirman yojana press |
Publisher |
Yug Nirman Yojana Vistara Trust |
Size |
normal |
TOC |
• बच्चों को उत्तराधिका में धन नहीं, गुण दें
• शिशु निर्माण में अभिभावकों का उत्तरदायित्व
• संतान पालन की शिक्षा भी चाहिए
• बच्चे घर की पाठशाला में
• शान्ति, स्नेह और सौम्यता के प्यासे बालक
• बालकों का समुचित विकास आवश्यक
• बच्चों का पालन पोषण कैसे करें?
• बालकों का विकास इस तरह होगा
• बालकों के निर्माण में माता का हाथ
• बच्चों को डराया न करें
• बच्चों में अच्छी आदतें पैदा कीजिए
• बच्चों को सभ्य-समाजिक बनाइए
• बच्चे झगड़ालू क्यों हो जाते हैं?
• बच्चों को हठी न होने दीजिए
• बच्चों को अनुशासन कैसे सिखाया जाए?
• बच्चों के मित्र बनकर उन्हें व्यवहार कुशल बनाएँ
• बच्चों को व्यवहार कुशल बनाइए
• बालकों के निर्माण का आधार
• बालकों की शिक्षा में चरित्र निर्माण का स्थान
• किशोरों के निर्माण में सावधानी बरती जाए
• बच्चों की उपेक्षा न कीजिए
• बाल अपराध की चिन्ताजनक स्थिति
• बाल अपराध बढ़े तो राष्ट्र गिर जाएगा
• बच्चे अपराधी क्यों बनते हैं?
• बालकों को अपराधी बनाने वाला अपराधी समाज
• क्या दण्ड से बच्चे सुधरते हैं?
• बच्चों को दण्ड नहीं, दिशाएँ दें
• बच्चों का सुधार कैसे हो?
• बच्चों को समय का सदुपयोग सिखाया जाए
• बच्चों को अनावश्यक सहयोग मत दीजिए
• बच्चों को अधिक आदेश न दें
• बच्चों को आज्ञाकारी कैसे बनाएँ?
• सभ्यता व संस्कृति
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