Preface
भारत के हिमालयीन क्षेत्र में शाश्वत निवास करने वाले दिव्य ऋषि वर्ग की प्रेरणा से परम पूज्य गुरुदेव पं० श्रीराम शर्मा आचार्य ने युग परिवर्तन- युग निर्माण का सत्संकल्प कर उसे जन- जन तक पहुँचाने का सूत्रपात किया था ।। उन्हीं की बातों को प्रस्तुत ग्रन्थ में उपनिबद्ध किया है ।। देव संस्कृति विश्वविद्यालय में कार्यरत आचार्य राधेश्याम चतुर्वेदी ने परम पूज्य गुरुदेव के विचार स्वरूप - युग निर्माण सत्संकल्प " एवं " शतसूत्री कार्यक्रम " को देववाणी में अनूदित एवं " युग निर्माण सूत्रम्" के नाम से प्रकाशित किया है ।। विश्वास है यह " युग निर्माण सूत्रम् " अनुवाद देववाणी संस्कृत के विद्वानों, शोधार्थियों एवं जिज्ञासुओं के लिए लाभप्रद होगा ।। आचार्य चतुर्वेदी इसी प्रकार परम पूज्य गुरुदेव की सेवा में सतत संलग्न रहें इसी शुभाशंसा के साथ उनके स्वास्थ्य एवं सत्पयास के लिए परम पूज्य गुरुदेव एवं परम वंदनीया माताजी से निरन्तर प्रार्थना करता हूँ ।।
Table of content
1.अथ अष्टादशसत्सङ्कल्पः
२ अथ युगनिर्माण सत्सङ्कल्पः
३ स्वास्थ्यप्रकरणम्
४ शिक्षाप्रकरणम्
५ सत्परम्पराप्रकरणम्
६ परिवारनिर्माणम्
७ समाजनिर्माणम्
८ धनिककर्त्तव्यप्रकरणम्
Author |
Brahmavarchasva |
Edition |
2015 |
Publication |
Brahmavarchsva |
Publisher |
Shree Vedmata Gayatri Trust (TMD) |
Page Length |
40 |
Dimensions |
12 X 18 cm |