Preface
प्रस्तुत पुस्तक में पं० श्रीराम शर्मा आचार्य एवं माता भगवती देवी शर्मा के जीवन प्रसंगों को सचित्र दिया गया है । महान साधक युगद्रष्टा पं० श्रीराम शर्मा आचार्य जोगायत्री महाविद्या, संस्कार परंपरा एवं देव संस्कृति को पुनर्जीवित करने वाले, स्वतंत्रता सेनानी, सच्चे राष्ट्र संत, लेखक, विचारक, करोड़ों के अभिभावक, मार्गदर्शक तथानारी जाति एवं हरिजन उद्धारक रहे हैं । हृदय ममता से भरा नवनीत जैसा, ऐसे सच्चे ब्राह्मणत्व से ओतप्रोत ऋषियुग्म की जीवन यात्रा को कथा का स्वरूप देते हुए वर्णन किया गया है ।
इनके द्वारा देश तथा विदेशों में हजारों महत्त्वपूर्ण स्थापनाएँ की गईं, जिनमें सेगायत्री शक्तिपीठ आँवलखेडा आगरा, अखण्ड ज्योति मथुरा, गायत्री तपोभूमि मथुरा,शांतिकुंज हरिद्वार तथा ब्रह्मवर्चस देव संस्कृति विश्व विद्यालय, हरिद्वार, अहमदाबाद प्रमुख दर्शनीय हैं । ये संस्थान निरंतर गुरुदेव के कार्यों, योजनाओं और विचारों को प्रचारित-प्रसारित करने का कार्य कर रहे हैं । पं० श्रीराम शर्मा आचार्य जी ने जड़ी-बूटीएवं यज्ञविज्ञान पर भी महत्त्वपूर्ण उपयोगी ज्ञान अपने शोध से समाज को दिया है । ऐसे महापुरुष के जीवन प्रसंगों को देखने, पढ़ने से किशोरों को महामानव बनने की प्रेरणाएवं मार्गदर्शन अवश्य प्राप्त होगा, इसी आशय से इस पुस्तक को बालोपयोगी बनाकर प्रकाशित किया गया है ।
Table of content
1. आँवलाखेडा़, आगरा –
2. अखण्ड ज्योति संस्थान, मथुरा –
3. युगतीर्थ गायत्री तपोभूमि, मथुरा –
4. गायत्री शांतिकुंज, हरिद्वार –
5. ब्रह्मवर्चस शोध संस्थान, हरिद्वार –
6. देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार –
7. गायत्री ज्ञानपीठ, अहमदाबाद –
8. महापुरुषों एवं संतो के उद्गार - परम पूज्य गुरुदेव के संबंध में -
9. हमारा युग निर्माण सत्संकल्प –
10. युग निर्माण योजना - एक दृष्टि में –
11. हमारे सात आंदोलन -
Author |
Yug Nirman Yogana |
Edition |
2013 |
Publication |
Yug Nirman Yogana, Mathura |
Publisher |
Yug Nirman Yogana, Mathura |
Page Length |
84 |
Dimensions |
245mm X183mm X 2mm |