Preface
चिकित्सा शास्त्र से सम्बन्धित द्रव्यों का चिकित्सा में उपयोगी गुणकर्मादि सहित परिपूर्ण विवरण जिस शास्त्र में दिया जाता है, वही द्रव्यगुण विज्ञान है ।
वृक्ष वनस्पतियों का इसमें विशिष्ट स्थान है । अत: इसका विशद् वर्णन इसमें किया जाता है ।
द्रव्यों को औषध भी कहते हैं । संपूर्ण औषधि स्थावर और जंगम भेद से दो प्रकार की होती है । उनमें से स्थावर के चार भेद हैं-
१ वनस्पति,
२ वृक्ष
३. वीरूध-लता
४. औषध
आयुर्वेद में औषध शब्द द्रव्य मात्र के लिए प्रयुक्त हुआ है । इन द्रव्यों का ज्ञान पूर्वक प्रयोग किया जाय तो ये अमृत बन जाती है । अत: चिकित्सा शास्त्र के प्रत्येक विद्यार्थी के लिए इनका सम्यक् ज्ञान अनिवार्यत: आवश्यक है । औषधियाँ अपने रस, गुण, वीर्य, विपाक और प्रभाव के द्वारा शरीरान्तर्गत सत्नीव घटकों के साथ सजातीय स्वरूप में अनायास घुल मिलकर अपना इष्ट कार्य करती है । रोग निवारणार्थ नैसर्गिक अवस्था में प्राप्त वानस्पतिक औषधियाँ आशु फलदायी होती है । जो चिकित्सक द्रव्यगुण विज्ञान का बुद्धि पूर्वक अनुशीलन कर, विविध द्रव्यों का रोग निवारणार्थ एवं स्वास्थ्य संवर्धनार्थ प्रयोग करता है, वही सफल चिकित्सक बन सकता है । यह उद्देश्य पूर्ण हो सके, यही दृष्टि सामने रखकर विविध वनस्पतियों की योग्य जानकारी इस पुस्तक में संकलित की गयी है ।
वनस्पतियों का परिचय, गुणकर्म एवं मात्रा सहित संक्षिप्त आमयिक प्रयोगों के साथ विशिष्ट योगों की जानकारी देने से विद्यार्थी एवं चिकित्सकों के लिए यह पुस्तक अतीव उपयोगी साबित होगी । साथ में विद्वानों के लिए रासायनिक संघटन का भी विवरण दिया गया है । विविध भाषाओं में दी गयी पर्याप्त नामावलि से विविध भाषियों के लिये योग्य वनस्पतियों का परिचय प्राप्त करना सहज सुलभ हो जायेगा ।
Table of content
1. ईसबगोल
2. उशीर
3. उदुम्बर
4. एरण्ड
5. कण्टकारी
6. कम्पिल्लक
7. कपिकच्छू
8. कर्पूर
9. करंज (लता करंज)
10. कालीमिर्च
11. कालमेघ
12. काली तुलसी
13. कायफल
14. काञ्चनार
15. कासमर्द
16. काकमाची
17. कुटज
18. कुटकी (कटुका)
19. कुचला
20. खदिर
21. कृष्ण सारिवा
22. गुगुल
23. गुड़मार (मेषमृंगी)
24. गुडूची
25. गुञ्जा
26. गोक्षुर
27. घृतकुमारी
28. चन्दन
29. चक्षुष्या (चाकसू)
30. चक्रमर्द
31. चालमोगरा (तुबरक)
32. चित्रक
33. चिरायता
34. जटामांसी
35. जयपाल
36. जम्बू
37. जायफल
38. जीरा
Author |
Brahmvarchas |
Edition |
2011 |
Publication |
yug nirman yojana press |
Publisher |
Yug Nirman Yojana Vistara Trust |
Page Length |
274 |
Dimensions |
14 cm x 21 cm |